पिछले हफ़्ते मेरी हिंदी के कक्षा में हमने एक कहानी पढ़ी, जिसका नाम था “बात अठन्नी की”। यह कहानी एक रसीला नाम का आदमी के बारे में हैं। वे एक इंगिनीर के लिए नौकरी करता हैं। वे हर महेने सिर्फ़ दस रुपय का पगार लेता हैं, पर फिर भी पूरे मन से काम करता हैं। उसने अपने मालिक से २-३ रुपय की पगार ज़्यादा के लिए पूछा, पर फिर भी मालिक न सुना। थोड़े देर बाद उसने अपने मालिक को घूस लेते देखी, धो सोचा की चोरी ठीक हैं। इसेलिये उसने एक एथन्नी चुरा ली। मालिक ये धूँदे पर उससे गिरफ़्तार कराया।
यह कहानी बात करता हैं अपने असाज के बारे में। जो आदमी हज़ारों करोड़ों रुपय चोरी करता हैं उससे कुछ नहीं होता, पर जो अठन्नी चुराता हैं, और चोरी करने के लिए उसके पास एक समज़दार कारण हैं, वे ठंडी जेल में टूटा हुआ बैठा है। इस कहानी से मैंने सीखा की हमारे दुनिया में जो भी व्यक्ति धनी है या शक्तिशाली हैं, वे जो भी करे, उनको कोई नहीं चुएगा। पर जो लोग ग़रीब है, या उनको मदद चाहिए, समाज उनका शिकार करेगा।