सूरज का सत्व घोड़ा शीर्षक की सर्थकथा

मुझे नहीं लगता है की यह शीर्षक सार्थक है क्योंकि मानिक मुल्ला उन बछों पर जीमीदारी दल रहा है, जबकि अगर समाज में बदलाव लाना है, तो यह खुदसे शुरू होता है। मानिक मुल्ला ने खु कितना बुरा आदमी था, उसने लिली को पटाया, संतति की जीवन ख़राब करडी। परंतु अनठ में वह ऐसे बात…

सूरज का सत्व घोड़ा

सूरज का सातवाँ घोड़ा एक उपन्यास, जो ७ छोटे उपन्यासों से बना है। जातिगत भेदभाव – जातियों को मतभेदों के कारण शादी करने की इजाजत नहीं, जमुना जैसी ऊंची जाति की लड़की तन्ना जैसे कम कास्ट वाले लड़के से शादी नहीं कर सकती नारी सिसख – अक्सर बार महिलाओं को अपने स्कूलों से बाहर ले…